खगड़िया संवाददाता
पूरा देश इस समय कोरोना महामारी से लड़ रहा है। इस महामारी को रोकने के लिए देश के लगभग सभी राज्यों ने लॉकडाउन लगा रखा है। लेकिन बिहार में शराबंदी होने के बावजूद यहां शराब का खेल बदस्तुर जारी है। इस महामारी से निपटने के लिए जहां स्वास्थ्य कर्मियों वो अधिकारियों की टीम को लगाया गया है वहीं लॉक डाउन के सफल पालन के लिए पुलिस सड़क पर है। जिसका फायदा शराब माफिया उठा रहे हैं। इस लॉकडॉउन में शराब माफिया खगड़िया के गांव व मोहल्ले में अपने गुर्गों के सहारे शराब की सप्लाई कर रहे हैं।
अवैध कारोबारियों की जेब हो रही गर्म
पूर्ण शराबबंदी के बाद भी शराब का जिले में कैसे चल रहा है खेल, ये तो हुक्मराना और कारोबारी ही बेहतर जानते होंगे। सरकार के खाते में शराब का टैक्स भले ही बंद हो गया हो, लेकिन अवैध कारोबारी की जेब पहले से कई गुणा ज्यादा गरम हो रही है। होम डिलेवरी की भी व्यवस्था है। शराब का कारोबार अब रात की जगह दिन के उजालों में ज्यादा होती है। नतीजन जिले का कोई ऐसा इलाका नहीं है जहां पर शराब नहीं मिल रही हो।
मोबाईल पर लिये जाते हैं ऑर्डर-
एक तरफ जिले में कोरोना लॉक डाउन है। पुलिस लॉक डाउन के दौरान बेवजह बाहर निगलने वाले वाहन चालकों से जुर्माना भी वसूल रही है। लेकिन सच्चाई ये भी है कि शराब के कारोबारी मोबाइल फोन पर ऑर्डर लेकर ग्राहकों को शाराब भी आसानी से पहुंचा रहे हैं। बोतल की सप्लाई डो-टू-डोर आसानी से दी जा रही है। विदेशी शराब की बोतलों को दो से ढाई गुणा अधिक दामों पर बेचा जा रहा है।
अवैध शराब जप्ती में आई कमी
कोरोना लॉक डाउन में सूबे के सभी जिलों के अधिकारी जहां स्थिति को नियंत्रण करने में व्यस्त हैं वहीं शराब माफिया अपने शराब के धंधे को सफलतापूर्वक अमलीजामा पहना रहे हैं। जिले में लगातार बढ़ रहे शराब माफियाओं के हैसले अपने परवान पर है।
हथियारों से लैस गुर्गे करते हैं सप्लाई-
जिले में के विभिन्न इलाकों में हथियारों से लैस गुर्गों के द्वारा शराब की खेप इसके चाहने वालों को पहुंचाई जा रही है। करीब दो या तीन की संख्या में मौजूद ये गुर्गे मोटर साईकिल या साईकिल से शराब के शौकिनों को शराब की सप्लाई करते हैं। सूत्रों की मानें तो यह गुर्गे पूरी तरह हथियारों से लैस होकर अपने गणत्व पर निकलते हैं।
जिले में सक्रिय है अंतरराज्यीय गिरोह-
शराबबंदी के बाद इससे होने वाली मोटी कमायी पर शराब के अवैध धंधेबाजों के अंतरराज्यीय गिरोह खगड़िया में सक्रिय हैं। इनका नेटवर्क नेपाल, पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ ह। इस सिंडिकेट में जिले के कुछ कारोबारी भी सांठगांठ कर इस धंधे में उतर चुके हैं। शराब के धंधे को अंजाम देने के लिए गिरोह के सदस्य फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। चिह्नित ग्राहकों को ही अब सप्लाई करता है। इस गिरोह का कमाल है कि शरबा पहुंचाने के लिए ये एक जगह पर तीन लोगों का इस्तेमाल करते हैं।