प्रत्येक वर्ष दिखती है ऐसी समस्या, लेकिन नगर परिषद घोषणा कर जाता है भूल, शहर के वाशिंदे और यहां आने वालों को झेलनी होती है परेशानी
यह तस्वीर बिल्कुल बदली चाहिए। खगड़िया शहर की मुख्य सड़कें ऐसी दिखेंगी तो फिर सवाल उठना लाजमी है कि नगर परिषद का क्या काम ? ऐसी तस्वीरें शहर आने वालों के लिए परेशानी तो लाती ही है इससे खगड़िया की छवि भी दागदार हो रहा है। ऐसा नहीं है कि यह समस्या वर्तमान में दिख रहा है। करीब 3 से 4 वर्षों से लोग इस समस्या से दोचार हो रहे हैं।
खगड़िया शहर अगर आप बारिश के मौसम में पहुंच रहे हैं तो संभलकर चलना होगा। यहां गड्ढे और सड़क में आपको कोई अंतर नहीं मिलेगा। ऐसा इस लिये कि यहां काम सिर्फ कागजों और घोषणाओं में हो रहा है। नतीजन बारिश ने पूरे शहर की तस्वीर को बदल कर रख दी है। सड़क पर जल जमाव ने ऐसा डेरा डाल दिया है कि लोगों का पांव पैदल क्या वाहन से भी सफर करने में खासे परेशानी हो रही है। दरअसल, शहर के सौदर्यीगरण और उसकी देखभाल की पूरी जिम्मेदारी नगर परिषद खगड़िया की है। इसके लिए लोगों से टैक्स भी वसूला जाता है। लेकिन अगर टैक्स देने के बाद भी लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़े तो फिर सवाल उठना लाजमी है। क्या कारण है कि तमाम प्रयासों के बाद भी शहर के अंदर जल जमाव की समस्या को दुरुस्त नहीं किया जा सका है।
राजेन्द्र चौक से स्टेशन रोड, बखरी बस स्टैंड की सड़कें खस्ताहाल
शहर में लोगों का पांव पैदल चलना मुश्किल है। लोग शहर तो आते हैं लेकिन बारिश के पानी से लबालट सड़के देख उनको एहसास जरुर होता है कि वे ठगी के शिकार हो रहे हैं। शहर के राजेन्द्र चौक से लेकर बखरी बस स्टैंड तक की सड़कें चीख-चीख कर इस बात को बताने को काफी हैं कि वे भी झूठे वादे और आश्वाशन से त्राहिमाम हो चुके हैं। ऐसे में इस खबर के साथ एक सवाल नगर परिषद खगड़िया के लिए छोड़ा जा रहा कि क्या कागजी कार्य के आगे जमीनी हकीकत टांय टांय फुस हो चुका है।