दुनिया के अधिकांश देशों के लिए योग दिवस कोई उनका सदियों पुराना सांस्कृतिक पर्व नहीं है। इस मुश्किल समय में इतनी परेशानी में लोग इसे भूल सकते थे, इसकी उपेक्षा कर सकते थे। लेकिन इसके उलट, लोगों में योग का उत्साह बढ़ा है, योग से प्रेम बढ़ा है।’
7वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महामारी के समय योग को उम्मीद की एक किरण बताया। आज देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में योग कार्यक्रम आयोजिक किए गए हैं। वहीं देश के 75 ऐतिहासिक स्थानों पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
वहीं अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि, ‘दो साल से दुनिया भर के देशों में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ हों लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘कठिन समय में, योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बनता है।’
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, ‘योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है। योग हमें अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है।’
वहीं 7वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग गुरु रामदेव हरिद्वार में योगाभ्यास कर रहे हैं। रामदेव के योग कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चे भी हिस्सा ले रहे हैं और बाबा रामदेव के साथ योगाभ्यास कर रहे हैं। वहीं अलग-अलग मंत्रायल के मंत्री और आमजन भी योग कर रहे हैं। आपको बता दें, लोग ‘योग है तो सेहत की सुरक्षा है’ के नारे के साथ इसे अपना चुके हैं। अब पूरे विश्व पटल पर योग पॉपुलर हो गया है।