खगड़िया नगर परिषद में एनजीओ संचालन के नाम पर बीते 15 वर्षों में करीब 2 करोड़ रुपए गटक लिए गए हैं। जिसको अब नगर परिषद खगड़िया सफेद चादर चढ़ा रहा है। मसलन साफ सफाई के नाम पर जितने भी एनजीओ का संचालन हुआ और उनको भुगतान हुआ वह नियम और कायदे को ताक पर रखकर किया गया है। इस संबंध में आरटीआई की सूचना को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। नगर परिषद के कर्मी आरटीआई के जवाब में सूचना मांगने वाले पर दबाव बना रहे हैं। इससे समझा जा सकता है कि नगर परिषद खगड़िया माफियाओं के दवाब में सरकार के नियमो की कैसे धज्जियां उड़ा रहा है।
दरअसल बीते 3 माह पहले न्यूज बिहार 18 ने आरटीआई के जरिए एनजीओ के भुगतान और उनके कार्यों की जानकारी मांगी थी। बावजूद इसके नगर परिषद के अधिकारी और कर्मी प्रथम अपील दायर होने के बाद भी सूचना देने में आनाकानी कर रहे हैं। गौरतलब है कि जब सोमवार को न्यूज बिहार 18 ने इस संबंध में नगर परिषद के प्रधान लिपिक जितेंद्र कुमार से जानकारी मांगी तो वह सूचना मांगने वाले को ही कटघरे में लाते दिखे। यहां आपको बता दें कि न्यूज बिहार 18 ने नगर परिषद से तीन आवेदन में करीब सात सूचनाओं की जानकारी मांगी है। लेकिन तय समय सीमा बीतने के बाद भी ये सूचना माफियाओं के दवाब में उपलब्ध नहीं कराया गया है। अब इसी बात से समझा जा सकता है कि कैसे नगर परिषद खगड़िया एनजीओ को भुगतान के नाम पर करोड़ों रुपए की अनियमितता पर पर्दा डालने का काम कर रहा है।