बिहार में मौत का तांडव आरंभ है। जनप्रतिनिधियों की हत्या थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के मंत्री पटना में बैठकर जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए बयानबाजी तो कर रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जनप्रतिनिधियों का खून अपराधियों द्वारा लगातार बहाया जा रहा है। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी (लो.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने जिले के मोरकाही स्थित सैनिक लाइन होटल पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा। जाप सुप्रीमों पप्पू यादव ने अलौली प्रखंड स्थित चातर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष डॉ. चंदन यादव कि अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या किए जाने को लेकर विधि व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर अपराधी को हिम्मत कहां से मिलती है जो दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर निकल लेता है। उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार अपराधी और माफिया के गठजोड़ से चल रहा है। इसी कारण अपराधी का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। पुलिस का भय अपराधी को नहीं है। पुलिस अपराध पर लगाम लगाने में पूर्णतः विफल साबित हो चुका है। जिसका जीता जागता उदाहरण है कि दिनदहाड़े बीच गांव में एक जनप्रतिनिधि की हत्या कर दी जाती है। पप्पू यादव ने पैक्स अध्यक्ष चंदन यादव के हत्या में शामिल सभी अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा देने की मांग सरकार से किया। उन्होंने कहा कि अपराधियों की जगह जेल नहीं श्मशान है। अपराधियों को जीने का कोई हक नहीं होना चाहिए। जाप सुप्रीमों ने कहा कि सरकार में बैठे बीजेपी नेता ने खुलेआम कह दिया कि थानों में कुर्सी नहीं मिलता है। थाना में अपराधी और माफिया के अनुसार थानेदारी चलता है। कोरेक्स, सुलेशन और स्माइक का लगभग 70% युवा शिकार हो चुके हैं। बेरोजगारी सभी सीमा पार कर गया है। महज पाँच हजार रुपए में किसी की भी हत्या कर दिया जाता है। जाप प्रमुख ने कहा कि समाज अपराधी को संरक्षण न दें। अपराधी का ना कोई जात है और ना कोई अपना। नेता वोट के लिए अपराधी को संरक्षण देता है और वही अपराधी बेखौफ होकर बड़ी से बड़ी वारदात को अंजाम देता है। पप्पू यादव ने कहा कि राजीव नगर एवं नेपाली नगर मामले में अधिकारी विधायक और माफिया का पूर्णत: संलिप्तता है। आखिर सरकारी जमीन कैसे बेच दी गई। जबकि तीस साल से वहां बीजेपी के मेयर हैं। फिर भी सारा मास्टर प्लान चौपट कैसे हुआ। इससे साफ स्पष्ट है कि पूरा शासन इस मामले में संलिप्त है। पप्पू यादव ने बताया कि बिहार माफिया के हाथों में गिरवी रख दिया गया है। इसका मलाई सत्ता और विपक्ष दोनों खा रहा है। बिहार में जमीन माफिया, बालू माफिया और शराब माफिया का बोलबाला है। इसके बलबूते ही लोकतंत्र और आम लोगों के अधिकार को रौंदा जा रहा है। एक बार फिर पप्पू यादव ने बिहार के विपक्ष पर हमला कर विपक्ष को बीजेपी का बी टीम बता दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में नंगा नाच हो रहा है। विपक्ष न तो निकलता है और ना ही कुछ बोलता है। यह सिर्फ चुनाव के वक्त जाति की गीत गाकर सिर्फ वोट लेने निकलेगा। पप्पू यादव ने कहा कि बीजेपी ईडी के द्वारा विपक्ष को डराने की कोशिश कर रही है जो कभी सफल नहीं होगा। तैंतीस हजार करोड़ रुपया लगाकर महाराष्ट्र की सरकार को गिराया। अब बीजेपी झारखंड की सरकार तोड़ रहा है। दस-दस करोड़ रुपए असम के मुख्यमंत्री ने सात विधायक को दिया। दो विधायक भाग गए। एक विधायक ने स्पष्ट कहा कि मुख्यमंत्री ने मुझे दस करोड़ का ऑफर दिया तो अभी तक ईडी ने असम के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार क्यों नहीं किया। बीजेपी का दफ्तर चार चार करोड़ से बना है यह पैसा कहां से आया। विपक्ष पर लगातार ईडी का रेड लेकिन सत्ता पक्ष पर ईडी क्यों नहीं कार्रवाई कर रही है। महंगाई सातवें आसमान पर है। सालाना दो करोड़ नौकरी कहाँ गया। प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसान के उत्पादन सामग्री पर टैक्स नहीं लगेगा लेकिन सबसे ज्यादा जीएसटी किसान के उत्पादन सामग्री पर लगा दिया गया। पप्पू यादव ईडी पर हमला बोलते हुए कहा कि ईडी का मतलब लोकतंत्र को मिटाना और विपक्ष को डराना है। जो बीजेपी आरएसएस के खिलाफ बोलेगा ईडी उस पर नोटिस भेजकर मानसिक रूप से परेशान करेगा। प्रेस वार्ता के दौरान जन अधिकार युवा परिषद के जिला अध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू, जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष कुमार यादव, युवा शक्ति के जिला उपाध्यक्ष मनीष कुमार, युवा शक्ति के जिला महासचिव राजेश कुमार यादव, जिला सचिव अजीत कुमार पप्पू, जवाहर यादव, कवि रंजन यादव, नीतीश कुमार यादव, गुड्डू सिंह, इंकू सिंह, पूर्व पंसस रायबहादुर सिंह, दयानंद यादव, रतन कुमार सिंह, आईटी सेल के मंचन कुमार, धीरज कुमार, संतोष कुमार सहित दर्जनों जन अधिकार पार्टी एवं युवा शक्ति के कार्यकर्ता उपस्थित थे।