बिना किसी ठोस आधार एवं कारण के गरीबों की आवाज और बिहार के सेवक पप्पू यादव को सरकार द्वारा जेल में बंद रखा जा रहा है। उससे संपूर्ण बिहार वासी में आक्रोश भड़क रहा है। अगर बिहार सरकार पप्पु यादव को रिहा नहीं करती है तो फिर उसके गंभीर परिणाम के लिए भी उसको तैयार रहना चाहिए। उक्त बातें रविवार को जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के 5 सूत्री न्याय मार्च के बाद संबोधित सभा के संबोधन में पूर्व नगर सभापति सह जाप लोकतांत्रिक के प्रदेश महासचिव मनोहर कुमार यादव ने कही। उन्होंने कहा कि बिहार में कोई भी आपदा हो जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रित के नेता पप्पु यादव बिहार वासियों के साथ खड़े रहे हैं। लेकिन सरकार की पोल खुलने के डर से उनको पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है। जो किसी भी स्थिति में न्यायोचित नहीं है। मनोहर ने बिहार सरकार और नीतीश कुमार से जल्द से जल्द पप्पु यादव की रिहाई की मांग की है।
फीस के नाम पर बच्चों व अभिभावक हुए मानसिक प्रताड़ित
मौके पर ही मौजूद युवा शक्ति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि बिहार के प्राइवेट स्कूल के संचालकों ने बीते वर्ष लॉकडाउन अवधि में भी उस अवधि का फीस जबरदस्ती लेने का काम किया है। जिसका परिणाम हुआ कि बहुत बच्चे पढ़ाई छोड़ दिए। फीस के नाम पर बच्चों एवं अभिभावकों को मानसिक प्रताड़ित किया गया। उससे बच्चे मानसिक रोगी के शिकार हो गए। उन्होंने कहा कि बार-बार इस बारे में सरकार को ध्यान दिलाया गया। लेकिन प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए इस बार जाप और युवा शक्ति लोकतांत्रिक पढ़ाई नहीं तो फीस नहीं के सवाल के साथ ही साथ प्राइवेट स्कूल के संचालक की मनमानी के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेगी के मूड में है। वहीं जाप के जिलाध्यक्ष कृषणानंद यादव ने खगड़िया सिविल सर्जन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएश के लिए स्वास्थ्य विभाग दुधारु गाय के समान है। पूरा का पूरा स्वास्थय विभाग लूट का अड्डा बना है। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की मांग की। मौके पर जाप लोकतांत्रिक के नेता वार्ड पार्षद रणवीर कुमार, मुन्ना पासवान, युवा शक्ति गोगरी कार्यकारी अध्यक्ष जवाहर यादव, नंदकिशोर यादव, अजीत तिवारी, रघुनाथ यादव राजा कुमा , जितेंद्र कुमार, कुमार धीरेंद्र , विक्रांत यादव शामिल थे।
पांच सुत्री मांगो के समर्थन में लगे नारे
न्याय मार्च में जाप के नेता व कार्यकर्ताओं ने अपने पांच सुत्री मांगों के समर्थन में कई नारे भी लगाए। जिसमें पप्पु यादव को रिहा करने के साथ स्कूल फीस माफ करने, कोराना मृतकों की सही संख्या बताने, मनरेगा को कृषि कार्य से जोड़ना, बोरोजगारी आदि शामिल हैं। न्याय मार्च बलुआही के कृष्णापुरी स्थित जाप कार्यालय से निकलते हुए विभिन्न मार्गों तक गई। जहां से पुन: वह बलुआही स्थित गांधी पार्क पहुंच नेताओं के सभा में बदल गई।