खगड़िया समाहरणालय स्थित जिला अभिलेखागार में गरीबों का शोषण किया जा रहा है। यहां कई दलाल सक्रिय हैं। जो लोगों से अवैध वसूली का काम कर रहे हैं। ये सब अभिलेखागार में काम कर रहे सरकारी बाबुओं की देख रेख में हो रहा है। बावजूद अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है। ऐसे में लोगों का कहना है कि जिस जिले के डीएम ईमानदार हैं उस जिले के सरकारी कार्यालय में भ्रष्टाचारी कैसे पनप रहे हैं। मामले में जिला अभिलेखागार प्रभारी सह वरीय उपसमाहर्ता विजय कुमार ने बताया कि नित्य दिन ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनको कार्यालय से हटाया जाता है। अगर ऐसे लोग अभिलेखागार के आस पास दिखेंगे तो निश्चित कार्रवाई की जाएगी।

अभिप्रमाणित कॉपी के लिए ले रहे हैं 1 हजार से 2 हजार रुपए
गौरतलब है कि जिला अभिलेखागार में कागजातों की अभिप्रमाणित कॉपी दी जाती है। इस कार्यालय के बाहर सक्रिय दलाल लोगों से इसके लिए 1 हजार से 2 हजार रुपए की वसूली करते हैं। बताया जा रहा है कि बाबुओं की मिलीभगत से ये गोरखधंधा संचालित की जा रही है।
रुपए नहीं देने वालों को होना पड़ता है परेशान
जिला अभिलेखागार में कागजातों की अभिप्रमाणित कॉपी के लिए आवेदन दिया जाता है। बताया जा रहा है जो आवेदक सक्रिय दलाल के जरिए आवेदन देते हैं उनको जल्द कागजात मुहैया कराई जाती है। जबकि जो रुपए नहीं देते हैं उनको कार्यालय के कर्मी बार बार चक्कर लगाने पर मजबूर करते हैं।